गल्ला मंडी में उपज बेचने नहीं पहुंच रहे किसान

ललितपुर। शासन ने लॉकडाउन में किसानों को चना, मसूर और मटर बेचने के लिए मंडी खुलवा दी है, लेकिन किसान अपनी उपज लेकर घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। ऐसे में व्यापारी मंडी में पहुंच कर उपज आने का इंतजार कर दोपहर में ही कारोबार बंद कर दे रहे हैं।


 

बुंदेलखंड के किसान बीते कई वर्षों से आपदाओं का सामना कर रहे हैं। ऐसे में किसान आर्थिक रूप से काफी परेशान चल रहे हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर किए लॉकडाउन से किसानों को अधिक समस्या हो गई। किसानों को सुविधा देने के लिए शासन ने गल्ला मंडी खोलने के निर्देश किए। इस पर जिला प्रशासन ने महामारी से बचाव करने के नियमों का पालन करने के लिए गल्ला मंडी को विशिष्ट मंडी अमरपुर में स्थानांतरित कर व्यापारी चिह्नित किए। जहां पर गल्ला व्यापारी तीन दिन से पहुंच रहे हैं और अपनी आढ़त खोल रहे हैं, लेकिन किसान अपनी उपज बेचने के लिए नहीं पहुंच रहे हैं। इससे व्यापारी ही अकेले गल्ला मंडी में बैठे रहते हैं। दोपहर बाद माल नहीं आने के कारण वह घर वापस आ रहे हैं।
हालांकि, इसका एक प्रमुख कारण यह भी है कि अधिकांश किसान अभी गेहूं की कटाई व थ्रेसिंग कराने में व्यस्त चल रहे हैं। जिले में लगभग 60 प्रतिशत गेहूं की उपज अभी नहीं निकली है। किसान इसी कार्य में लगे हुए हैं। इससे अपनी अन्य उपज बेचने नहीं आ रहे हैं। इससे मंडी दिन भर सूनी रहती है।
15 अप्रैल तक नहीं बिकेगा गेहूं
रबी की फसल में अधिकांश स्थानों पर गेहूं की पैदावार होती है। चना, मसूर और मटर गेेहूं के सापेेक्ष कम बोया जाता है। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव करने के लिए भीड़ पर नियंत्रण रखने के लिए व गेहूं की बिक्री सरकारी क्रय केंद्रों पर करने के लिए 15 अप्रैल तक के लिए शासन द्वारा रोक लगाई गई है।
रबी की उपज को खरीदने के लिए गल्ला मंडी खोली जा रही है, लेकिन किसानों के नहीं आने से खरीद नहीं हो पा रही है।
- अशोक जैन, अध्यक्ष गल्ला व्यापार मंडल
व्यापारी गल्ला मंडी में उपज को खरीदने के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन उपज नहीं आने से दोपहर बाद लगभग तीन दर्जन व्यापारी वापस लौट आ रहे हैं।
- संजीव जैन, मंत्री
किसान गल्ला मंडी में अनाज के बिक्री करने के लिए नहीं पहुंच रहे हैं। ऐसे में व्यापारियों को असुविधाओं का सामना कर गल्ला मंडी में बैठना पड़ रहा है।
- नितिन अग्रवाल, महामंत्री
गल्ला मंडी में व्यापारियों के चिह्नित करने में कच्चे आढ़तियों को अधिक दुकानें आवंटित करना चाहिए थीं, जिससे मंडी में अनाज मंगाया जा सके।
- प्रसन्न जैन, कोषाध्यक्ष
शासन के निर्देश पर गल्ला मंडी को नियमानुसार खुलवा दिया गया है। इससे किसान अपनी उपज बेच सकें। किसानों को चाहिए कि मंडी में जाकर अपनी उपज बेचें।
- अनिल कुमार मिश्र, अपर जिलाधिकारी